सहपऊ क्षेत्र के कोल्ड स्टोर का किराया बढ़ाने को लेकर किसानों में रोष व्याप्त है। किसानों का कहना है कि उनको आलूओं की फसल में चार साल लगातार घाटा होता है। चार साल घाटा सहने के बाद उसको एक साल में लाभ मिलता है। उनका यह लाभ इतना ही होता है कि वह चार साल के घाटे की भरपाई करता है। कोल्ड स्टोर मालिक हर साल अपने किराए में वृद्धि करते रहते हैं।
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किराया बढ़ाने को लेकर को लेकर किसानों ने एक बैठक की, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जो कोल्ड स्टोरेज मालिक पुराने रेट पर ही आलू का भंडारण करेगा, उस कोल्ड स्टोर में अपना आलू रखेंगे। गौरतलब है कि सादाबाद क्षेत्र आलू उत्पादन के लिए जाना जाता है। यहां कोल्ड स्टोर की संख्या काफी अधिक है। इस बार भी कई नए कोल्ड स्टोर का निर्माण भी हुआ है।
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इस बार कोल्ड स्टोर में 20 रु प्रति कुंतल का किराया बढ़ाया है। पिछले वर्ष 240 से लेकर 250 रुपए प्रति कुंतल कोल्ड स्टोरेज का भाड़ा था, अब बढ़कर 260 से 270 रु प्रति कुंतल हो जाएगा।
शीतगृह मालिक हर साल अपना भाड़ा बढ़ा देते हैं। किसान को चार साल बाद एक साल ही आलू की फसल का लाभ मिलता है। अब इसके लिए अन्य बैठक कर शीत गृह के भाड़े के लिए भूमिका तैयार की जाएगी।-शशि कुमार, किसान
जब शीत गृहों में आलूओं के रखने का समय आता है, तभी यह लोग उसका किराया बढ़ा देते है। किसान इस प्रकार इनकी दबाब को कहां तक सहन करें । जो शीत गृह पिछले रेट पर आलू भंडारण करेगा, उसी में आलू भेजेगें। – अवधेश कुमार, किसान