मार्च अभी बीता भी नहीं है कि पछुआ हवा की वजह से अधिकतम तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस अधिक हो गया है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार अप्रैल माह के पहले सप्ताह से ही लू चलने का अनुमान है। इस वर्ष लू के दिनों की संख्या दोगुनी हो सकती है। शुक्रवार सुबह से ही मौसम साफ था।
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समय के साथ धूप में तपिश बढ़ती गई। दोपहर में चली तेज हवा की वजह से वातावरण में उमस बढ़ गई। अब घरों और कार्यालयों में पंखा चलाने की जरूरत महसूस होने लगी है। मौसम विज्ञान विभाग के डाटा संग्रह केंद्र के अधिकारियों के अनुसार अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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अधिकतम तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सुबह वातावरण में नमी 70 फीसदी थी, जो तेज हवा की वजह से शाम को सिर्फ 30 फीसदी दर्ज की गई।
हवा की गति दस से 15 किलोमीटर प्रति घंटा
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि इस बार घनी आबादी वाले इलाकों में हवा लू की तरह लग रही है। इसकी वजह है कि मैदानी क्षेत्रों में नमी नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ से बारिश भी नहीं हुई है। पूरे मार्च महीने में सिर्फ चार मिलीमीटर बारिश हुई है।
इसकी वजह से मिट्टी से लेकर वातावरण तक सब गर्म हो रहा है। तापमान को सामान्य रखने के लिए दो से तीन अच्छी बारिश होनी चाहिए। इस मार्च में सिर्फ दो ही पश्चिमी विक्षोभ बन पाए। इसमें भी एक पश्चिमी विक्षोभ में बारिश ही नहीं हुई।