महाकुंभ के दौरान अपनी टिप्पणियों से चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य, रामगोपाल यादव, जया बच्चन, लालू यादव, स्टालिन, मल्लिकार्जुन खड़गे, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को ‘मूर्खरत्न’ का राष्ट्रीय सम्मान दिया गया। ‘ढेंचू’ सम्मान से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को नवाजा गया। ‘कुंभकर्ण सम्मान’ नगर निगम के अतिक्रमण उन्मूलन प्रभाग, एलडीए, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, वन विभाग, मुख्यमंत्री पोर्टल को नवाजा गया।
टिंडे वाली सब्जी भी खीर लगने लगी…
कवि सम्मेलन में डॉ. सुरेश अवस्थी (कानपुर) ने सुनाया- इनको पूरी छूट है, उनको पूरी छूट। हम हैं लुटने के लिए, जो चाहे ले लूट। अयोध्या के डॉ. ताराचंद ‘तनहा’ ने पढ़ा- गोरी तेरे होंठ यूं, ज्यों फागुन के छंद। जाने किसके नाम है, निविदा मोहरबंद। विनोद सिंह कलहंस (बलरामपुर) ने सुनाया- हुई कुटाई, हुई धुनाई, तब मुझको ये इल्म हुआ, इश्क में इतने डंडे खाना सबके बस की बात नहीं। संदीप अनुरागी (बाराबंकी) ने सुनाया- पत्नी ने जब प्यार से कहा- ‘खाना खाइए’। टिंडे वाली सब्जी भी खीर लगने लगी।
अरविंद झा, श्याम कुमार, जमुना प्रसाद पांडेय ‘अबोध’, अमित अनपढ़, निर्भय निश्छल, कमलेश मौर्य मृदु (सीतापुर), समीर शुक्ल (फतेहपुर), राज बनारसी (वाराणसी), शेखर त्रिपाठी ने भी खूब हंसाया। कवियों को हास्य से भरे सम्मान दिए गए। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल की ओर से पत्तलों की जयमाल। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की ओर से गोबर के कंडे से बने जयमाल। लखनऊ के डीएम विशाख जी की ओर से स्वास्थ्य लाभ हेतु टमाटर। लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल की ओर से राजमुकुट। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से लॉलीपॉप भेंट किया गया।